अलीगढ़ : करोड़ों की ठगी करने वाले साइबर अपराधी रिमांड पर

अलीगढ़ : करोड़ों की ठगी करने वाले साइबर अपराधी रिमांड पर

अलीगढ़ : करोड़ों की ठगी करने वाले साइबर अपराधी रिमांड पर

अलीगढ़ : करोड़ों की ठगी करने वाले साइबर अपराधी रिमांड पर

अलीगढ़। लोगों को आनलाइन ठगी का शिकार बनाने वाले दो कुख्यात ठगों को मंगलवार को बी-वारंट पर यहां लाकर अदालत में पेश किया गया। इनमें एक आरोपित हैदराबाद की सेंट्रल जेल चंचलगुडा, जबकि दूसरा आजमगढ़ की जेल में बंद था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा तामील कराया, जिसके बाद 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर इन्हें वापस भेज दिया गया। अब 25 अप्रैल को दोनों को फिर से लाया जा सकता है।

यह है मामला

रेंज स्तरीय साइबर क्राइम थाना के इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि दो सितंबर 2021 को क्वार्सी क्षेत्र के शिवालिक गंगा अपार्टमेंट निवासी योगेश कुमार चतुर्वेदी के साथ शातिर ने बीएसएनएल का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर मोबाइल सिम की ई-केवाइसी करने का झांसा देकर 2.19 लाख की ठगी की थी। इसमें जांच की गई तो झारखंड के जिला धनबाद के थाना टुंडी के गांव अरवाटांड निवासी नितेश कुमार मंडल का नाम सामने आया। आरोपित नितेश पर देश में कई राज्यों के 18 साइबर ठगी के मुकदमे दर्ज हैं। ऐसे में देवघर साइबर क्राइम थाना पुलिस ने नितेश को देवघर से गिरफ्तार किया था, जहां से उसे हैदराबाद के चंचलगुडा सेंट्रल जेल में दाखिल कर दिया गया। चूंकि 16 मुकदमे हैदराबाद के ही थे। अलीगढ़ साइबर क्राइम थाना पुलिस ने अदालत से आरोपित का बी वारंट लिया, जिसके बाद मंगलवार को नितेश को यहां सीजेएम अदालत में पेश किया गया। यहां रिमांड स्वीकृत कराया गया है। इसी तरह 29 दिसंबर 2020 को रेलवे कालोनी निवासी मुरादाबाद के सेक्शन इंजीनियर अतर सिंह के साथ एक लाख 80 हजार 999 रुपये की ठगी हुई थी। शातिर ने एसबीआइ लाइफ इंश्योरेंस मुंबई आफिस का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर मिच्योर पालिसी की बकाया धनराशि को रिफंड कराने का झांसा देकर ठगी की थी। इस मामले में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने गाजियाबाद के गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसकी विवेचना में नई दिल्ली के थाना मयूर विहार फेस-1 के हिम्मतपुरी, त्रिलोकपुरी निवासी आाकिब रजा का नाम सामने आया। आरोपित इस गिरोह को खाते उपलब्ध कराता था। इसे बलिया में दर्ज मुकदमे में बलिया के थाना नरहई से गिरफ्तार किया गया था, जो आजमगढ़ की जेल में बंद है। इसे भी मंगलवार को बी वारंट पर लाकर रिमांड बनवाया गया। टीम में एसआइ समर पाल व सिपाही धीरज त्यागी भी शामिल रहे। इंस्पेक्टर ने बताया कि दोनों का 14 दिन का रिमांड मंजूर हो गया है। अब 25 अप्रैल को दोनों की पेशी होगी। इस दौरान पुलिस कस्टडी रिमांड लिया जाएगा।

जामताड़ा से है नितेश का कनेक्शन

एसआइ समर पाल सिंह ने बताया कि आरोपित नितेश का कनेक्शन झारखंड के जामताड़ा से है। आरोपित जामताड़ा से ही कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों को फोन करता था। आरोपित ने नोएडा, गाजियाबाद, बलिया, दिल्ली आदि में जगह बदल-बदल कर लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर ठगी की हैं।

ऐसे करते थे ठगी

आरोपित नितेश बीएसएनएल सिम की दस्तावेजों की वैधता समाप्त होने पर तुरंत दस्तावेज अपडेट कराने के लिए झांसे में लेने, काल में बताए गए मोबाइल नंबर पर 10 रुपये अदा करके ई-केवाइसी कराने का झांसा देने व पीड़ित को बातों में लेकर क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड कराते हुए खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी पूछकर ठगी करता था। जबकि आकिब रजा एसबीआइ लाइफ इंश्योरेशन के मुंबई आफिस का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर काल करता था। मिच्योर पालिसी का रिफंड दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था।

इस तरह करें बचाव

- अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में ना आएं।

- मोबाइल पर अनजान व्यक्ति के कहने पर क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एप डाउनलोड न करें।

- आनलाइन उत्पीड़न या साइबर वित्तीय धोखाधड़ी होने की दशा में तत्काल नजदीकी थाना, साइबर सेल, साइबर क्राइम थाना व हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर सूचना दर्ज कराएं।